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“हमने यह ठाना है- देशवासियों को बुनियादी एवं ज्वलंत समस्याओं से मुक्ति दिलाना है।”
भारत एक विशाल आबादी वाला देश है परंतु आबादी के बहुत बड़े हिस्से को आज भी स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं भी केंद्र और राज्य की सरकार उपलब्ध नहीं करा पायी है। हालात यह है कि देश के आम लोग एक तरफ स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो दूसरी तरफ महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, गरीबी, पिछड़ापन, पलायन, बाढ़-सुखाड़, जातिवाद, सम्प्रदायवाद, असमानता, आतंकवाद, नक्सलवाद, बेहद खराब क़ानून व्यवस्था जैसी अनेक ज्वलंत समस्याओं से जूझने को विवश हैं।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि हम किस जाति, किस धर्म, किस जिला और किस राज्य के हैं। यह देश हमारा है। इसे हम सब को ही बेहतर बनाना होगा।
2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के नेताओं द्वारा इन बुनियादी एवं ज्वलंत समस्याओं के साथ-साथ काला-धन वापस लाने, गौ, गंगा, गीता, गायत्री की रक्षा करने, अयोध्या में राम मंदिर बनवाने, हिन्दू-हित की रक्षा करने, अच्छे दिन लाने सहित अनेक बड़े-बड़े वादे किये गए थे। जो आज तक पूरे नहीं हुए हैं।
केंद्र सरकार के द्वारा रेल यात्रियों को और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के नाम पर रेल किराये में भारी वृद्धि किया गया था। रेल का किराया तो बढ़ गया परंतु आजतक रेल यात्रियों के सुविधाओं में किसी प्रकार की कोई बढ़ोत्तरी नहीं हो पाई है।
हमें उम्मीद करनी चाहिए कि वर्तमान केंद्र सरकार अपने बचे हुए कार्यकाल में उपरोक्त तमाम समस्याओं और अपने किये गए वादों को पूरे करने के दिशा में न सिर्फ ठोस, निर्णायक और सकारात्मक कदम उठाएगी बल्कि 15 अगस्त 2016 को जब आदरणीय प्रधानमंत्री जी लालकिला के प्राचीर से 125 करोड़ देशवासियों को संबोधित करेंगे तो उपरोक्त बिंदुओं पर अपने विचार अवश्य व्यक्त करेंगे। यह व्यापक जनहित, देशहित और भाजपा के हित में भी होगा।
“हमारा तो है, बस एक ही सपना- पूर्ण शिक्षित, पूर्ण विकसित एवं शक्तिशाली हो मातृभूमि अपना।”
शब्दों को विराम- आप सब को सादर जय सिया राम।
जय हिन्द – जय मिथिलांचल। बहुत-बहुत धन्यवाद।
सरोज चौधरी
राष्ट्रीय अध्यक्ष
मिथिलांचल मुक्ति मोर्चा
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